नये साल में नया आगाज करना । राह हो कितनी भी मुश्किल तुम देवनदी सा अपने प्रवाह में बहना ।। स्वप्न तू रखना आसमान में उड़ने का , पर मुंह न फेरना हकीकत की धारा से । नए साल में नया आगाज करना । वास्ता रखना हजारों से , मस्ती करना संग यारों के । पर राज ना साझा करना किसी से , यहां बैठे हैं लोग तजुर्बे लिए कैसे हैं तिल का ताड़ बनाना , किसी के खुशियों को आग लगाना । बड़ी बेदर्द है यह जहां , आता है बड़े सलीके से लोगों को जख्मों पर नमक छिड़कने यहां ! नए साल में नया आगाज करना दर्द कितने भी हो बेफिक्र अंदाज रखना ।। सब बनेंगे अपने मुंह मिट्ठू जहां में , बन सके अलग नजीर तेरा बस तु वह मिजाज रखना नए साल में नया आगाज करना । ऋचा शर्मा #HappyNewYear2020 देव नदी -गंगा धरा -धरती नजीर -उदाहरण #becarefull Ragini