अब हर एक रिश्ता क्यों मतलब से होता है! क्या रिश्ता भी मतलब के लिए होता है!! या रब तेरी कायनात में सब उलट पलट हो गया....! अब हमेशा सही के साथ ही गलत होता है!! बेख़बर मतलब