प्रिय सना, जब हमारी बातों में कमी का जारी हुआ था सिलसिला तब तुमने कहा था, क्या करूँ यार, वक़्त ही नहीं मिला। एक दिन तुमने वक़्त निकालकर ढ़ेर सारी की थी बातें, शुरुआती दिनों की तरह ही, खूब खींची थी मेरी टाँगें। कर ली थी तुमने उस दिन थोड़ी बहुत इश्कबाजी(Flirt) कहा था, फिर दोबारा मौका जाने कब मिले आज ही कर लेती हूँ, ढ़ेर सारी बकवासबाजी। पता है तुम्हें, हमारे रिश्ते पर पूरी तरह है विश्वास पहले की तरह ही किया करेंगे, बहुत सारी बकवास। बस यही दुआ है अब उस रब से, जल्दी से कुछ वक़्त हो तुम्हारे पास कहीं इन्तज़ार में टूट न जाये मेरी आस। तुम्हारा विवू ©Vinnu letter #Love #letter #Yaad #Shayari #Hindi