विस्थापन ----------------- गॉव उजड़ते है विकास के नाम पर, ऐ शहर क्या ? तुम भी उजडते हो विकास कि धोन्धली मे..? होते है क्या? तुम्हारे लोग विकास की सडक से बेघर..? अगर होते है बेघर तो क्या ? तुम भी रोते हो झप्परी मकान की तरह..? ऐ शहर क्या ? तुम भी उजडते हो विकास के नाम पर..? क्या तुम्हे पता है? पहले ये सडक डरा करती थी जंगल के नाम से.. अब जंगल डर जाते है सडक का नाम सुनकर.. ऐ शहर क्या ? तुम भी उजड़ते हो विकास के नाम पर...? ये पहाड़ रोते है मेरा साथ छुटने पर.. क्या तुम भी रोते हो..? गरिबो की झुग्गीयां उजड़ने पर..? ऐ शहर क्या ? तुम भी उजड़ते हो विकास के नाम पर..? -@kki #Riverbankblue #villages #Tribes