किताब में रखें थे फूल तूने गुलाब के आज भी उन्हे सम्भाले बैठा हूँ .... किये थे तूने जितने भी वादे मुझसे आज भी एतवार किये बैठा हूँ .... ना जाने कोन से मोङ पर मुलाकात हो जाये तुझसे, मैं हर राह, हर गली, हर मोहल्ला गुलाबों से सजाये बैठा हूँ .... Dr.Vishal Singh हर राह, हर गली, हर मोहल्ला गुलाब से सजाये बैठा हूँ ... #गुलाब #राह #मोहल्ला #इश्क़ #मोहब्बत #yourquotebaba #yourquotedidi #lovequote