शुरूआत कुछ ऐसी.......... शुरूआत कुछ ऐसी हो कि आहिस्ता हो आहिस्ता-आहिस्ता चलकर ही आख़िर को पहुँचें एक ज़माने के साथ जो बाहर है और 'एक ज़माना' जो हमारे अंदर है। #thebeginning #SimranMalal