बहुत दिनों बाद सड़कों पर फिर सरपट दौड़ती जिंदगी दिख रही है, फिर वही मसरूफ़ियत हर किसी की पेशानी पर साफ दिख रही है। बाजारों में पुराना वही नज़ारा अब फिर से फ़ैशन में आने लगा है, ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्चने को फिर ज़िन्दगी रफ्तार पकड़ती दिख रही है। किसी क़ैद में था परिंदा, अब पिंजरा खुल गया है, थोड़े महीनों की बेचैनी बे-असर सी अब दिख रही है। हर कोई मुब्तला है अपनी छोटी बड़ी ख़्वाहिशों को पाने में, वहाँ क़ुदरत लम्बे आराम से फ़ारिग़ अँगड़ाई लेती दिख रही है। फिर वही भागदौड़ शुरू करेगा ज़्यादा पाने का लालच भरकर, बेतरतीब-बेपरवाह ज़िन्दगी जीने की तलब फिर से शुरू होती दिख रही है। अब्दुल्लाह क़ुरैशी✍️ नज़्म: लॉकडाउन के बाद ज़िन्दगी। #afterlockdown #Zindagi #Masroofiyat #bhaagdaud #Nojoto #NojotoFilms #nojotoapp #Popular #trend Naushad Ahmad 'Nazar'