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में चाहती थी एक गुलाब तुम मुझे दो ताकि तुम ना भी र

में चाहती थी एक गुलाब तुम मुझे दो ताकि तुम ना भी रहो
तो तुम्हारी यादें मेरे साथ रहे माना उनकी महक न होती
      ज्यादा वक्त तक पर उसमे बसी तुम्हारी यादों 
की खुशबू कभी खत्म नहीं होती
जब जब उसे देखती पलके नम जरूर होती पर 
वो आशु आशु नहीं तुम्हारा प्यार होता जो मेरी 
     आंखों से छलक कर बीते पलो को सोचकर
फीकी मुस्कान से ही सही पर ये लब मुस्कुराते जरूर

©Ring roy
  rose 🌹



#Rose #Love
robinaroyreny6093

nada.dil

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rose 🌹 #Rose #Love

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