दस सर को कलम कर रावण का आंत करवाये प्रभु राम चद्र जी महिमा का दर्शन हमें कराये अहंकार, अधर्म, अन्याय का नाश जो कराये पाप मुक़्त कर यहाँ राम राज्य वो बनवान्ये विभीषण का राज्यअभिषेक कर राजा उसे बनाये अग्नि परीक्षा सीताजी का लेकर लौट आए वानरों संग लंका से वापस सब लौट आए विजयदशमी की पावन पर्व पर शुबकामनाएं जिस दिन अयोध्या पहुंचे उस दिन जश्न मनाये दीपों से अलंकृत सारा अयोध्या जगमगाये जश्न की उस दिन और रात को दीपावली कहलाये दीपावली की इस पावन पर्व पर सब को सुभकामनाये ©Raj Menon #Dussehra2021