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मौसमी मिलनसार बारिश में भला कौन खिलना नही चाहेगा!

मौसमी मिलनसार बारिश में भला कौन खिलना नही चाहेगा! ...वृक्ष की शाखा के छोर पर अभी अभी नव पल्लवित हुआ पर्ण इसी बेहतरीन बरसात में पोषण पाकर अपने वजूद का लुफ्त उठा रहा है। बरसाती बूंदे उसके शरीर पर कुछ यूं ठहर रही है मानो जैसे आभूषण अलंकारित किए गए हो...मंद मंद हवा उसे चूमकर उसकी रगों में स्फूर्तिदायक वेग जन्मा रही है...अपनी जिंदगी के ये लम्हे वो जी भरके जीना चाहता है शायद।...दूसरी ओर अपनी जड़ों से टूट ने के बाद अस्तित्व को पहले से ही चुनौती दे चुके वोह हर पत्ते जिनके लिए खिलना सिर्फ ख़याल-ए-ख़ाम बन चुका है... वह इस बारिश से न तो पौषक द्रव्य और ना ही नजदीक आ चुकी मृत्यु से जीवन खीच पाएंगे। ..उनके लिए यह बारिश कोई अगन धारा से कम नही जो उनके बदन के जर्रे जर्रे को जला रही है। ..ठंडी हवाएं जब वह पत्तो की ओर रुख करती है तो मानो जैसे कोई तूफानी बवंडर नजदीक आ रहा हो जो अपनी विनाशी लपटों में उन्हें खीच लेगा।...क्या जीना किसी के लिए इतना भयावह भी हो सकता है???

           जो जुड़ा अपनी जड़ों से वो ना कभी झड़ेंगा
        और जो छुटा,  वो हरदम वजूद खातिर लड़ेगा

                                           -@pankajkavad1416 #creativewriting #NatureRules
मौसमी मिलनसार बारिश में भला कौन खिलना नही चाहेगा! ...वृक्ष की शाखा के छोर पर अभी अभी नव पल्लवित हुआ पर्ण इसी बेहतरीन बरसात में पोषण पाकर अपने वजूद का लुफ्त उठा रहा है। बरसाती बूंदे उसके शरीर पर कुछ यूं ठहर रही है मानो जैसे आभूषण अलंकारित किए गए हो...मंद मंद हवा उसे चूमकर उसकी रगों में स्फूर्तिदायक वेग जन्मा रही है...अपनी जिंदगी के ये लम्हे वो जी भरके जीना चाहता है शायद।...दूसरी ओर अपनी जड़ों से टूट ने के बाद अस्तित्व को पहले से ही चुनौती दे चुके वोह हर पत्ते जिनके लिए खिलना सिर्फ ख़याल-ए-ख़ाम बन चुका है... वह इस बारिश से न तो पौषक द्रव्य और ना ही नजदीक आ चुकी मृत्यु से जीवन खीच पाएंगे। ..उनके लिए यह बारिश कोई अगन धारा से कम नही जो उनके बदन के जर्रे जर्रे को जला रही है। ..ठंडी हवाएं जब वह पत्तो की ओर रुख करती है तो मानो जैसे कोई तूफानी बवंडर नजदीक आ रहा हो जो अपनी विनाशी लपटों में उन्हें खीच लेगा।...क्या जीना किसी के लिए इतना भयावह भी हो सकता है???

           जो जुड़ा अपनी जड़ों से वो ना कभी झड़ेंगा
        और जो छुटा,  वो हरदम वजूद खातिर लड़ेगा

                                           -@pankajkavad1416 #creativewriting #NatureRules