मंगल की धरा पर अब अमंगल कौन करेगा रे, भारत के विरूद्ध अब षड्यंत्र कौन करेगा रे। आ जाए अब जिसको आना है मैदान खुला है रे, विजेता मोदी के विपरीत अब दंगल कौन करेगा रे। मंगल की धरा पर अब अमंगल कौन करेगा रे, भारत के विरूद्ध अब षड्यंत्र कौन करेगा रे। आ जाए अब जिसको आना है मैदान खुला है रे, विजेता मोदी के विपरीत अब दंगल कौन करेगा रे। Follow @shyamal_ke_shabd @ayushmannk @mid__nyt__thoughts