तो ऐसा स्थान बनवाना चाहूँगा जहाँ दीन-हीन और उत्सुक विशेषकर छात्र-वय के बालक और किशोर गुरुकुल की तरह कुछ सीखने को ठहर सकें. वर्तमान प्रगतिगामी व्यवस्थाओं केसाथ विलुप्त होती भारतीय संस्कृति का आचरण सिखाने में मेरी विशेष रुचि रहेगी जिससे हर व्यक्ति सुसंस्कृत बन सके. ©Shiv Narayan Saxena मेरी रुचि. #Dhanteras