घनघोर घटा जब भी आए, संग यादें लाए साजन की, फिर मेरा पूरा बदन जलाए, बेख़ौफ़ ये बूंदें सावन की, इस विरह की हालत न पूछो, है कितना इसमें दर्द सुनो, इक मोहन की याद में रोती हैं, गलियां सब वृंदावन की.. #udquotes ❤️🙏❤️ #udshayari #घटा #साजन #सावन #विरह #मोहन