करवटें बदलते रहते हैं रात भर, न जाने क्यों नींद हमें आती नहीं है........ उसको गए हुए एक अरसा हो गया, उसकी यादें ज़हन से जाती नहीं हैं........ एक दौर था जब हम बैठे-बिठाए, महफ़िलों को जीत लिया करते थे......... अब तो चाहें महफ़िल हो या तन्हाई, जाने क्यों दोनों हमको भाती नहीं हैं....... ©Poet Maddy करवटें बदलते रहते हैं रात भर, न जाने क्यों नींद हमें आती नहीं है........ #ChangeSide#AllNight##LongTime#Memories#Mind#Time#Conquer#Gatherings#Loneliness........