तासीर मेरे इश्क़ में इस क़दर थी तेरे प्यार की, मैंने लब पे तेरा नाम लिया और दुआ कुबूल हो गई। अब जो भूलने की दुआ तुझको सुबह_ओ_शाम करता हूं, दिल और दिमाग़ के दरमियां एक जंग होती है,। इस जंग से रब से राब्ता कमजोर होता है, और तासीर फिर दुआ में कुछ बाकी नहीं रहता। #तासीर #दुआ