जो हमने दास्तां अपनी सुनाई, आप क्यों रोये? खराशें दिल की जो हमने दिखाई,आप क्यों रोये? पढ़ देते हैं तबाही के किस्से लोग हमारे नाम के किस्सो में जो तुम्हारी बात हैं आई,आप क्यों रोये? हुए जो गैर के जो तुम हमे किया जुदा जो खुद से तस्वीरे गिन गिन के हमारी जलाई,आप क्यों रोये? मोहहब्बत पे न आने दी आंच रुसवा हुए ज़माने में नरक ज़िन्दगी ख़ुद हमने अपनी बनाई,आप क्यों रोये? the first line is taken from the song 'jo humne dastan apni' from the movie woh kaun thi 1964. . . . . #poem#poetry#ghazal#story