#DearZindagi इस बारिश में अगर तू साथ भिगती तो चाय की चुस्कियों की गर्माहट को छोड़ कर चाय के कप को दूर सरका, तुझको बांहों में लेता, तेरी साँसों की गर्माहट को अपने होंठो से महसूस करता । मैं बारिश के बाद तुझमें भिग लेता । काश इस बारिश में साथ होती तो हम यूँ सूखे सूखे न होते ....