उड़ती रहती थी मैं बनकर मनचली, इस दिल की राहत तेरी गली मिली। अनजान थी पहले राह-ए-इश्क़ से, तेरी बन कर मैं बस तेरे संग हो चली। नोट:- group के नियमों के अनुरूप ही लिखे गए writeups को ही accept किया जाएगा, नियमों के लिए caption अवश्य पढ़ें....! *🌸Any writer can write anything about "इस दिल की राहत तेरी गली" but remember the rule🌸* 👇RULES📜👇 *👉 The word given above must come atleast once in your write-up.*