माथे पर शिकन रखूँ कयों अब, दिल दुखा है मेरा अब ये किसको बताना है, पगली कहता था जो वो वाकई पागल कर गया , कयों ये अब सबको सुनाना है, कल तक मेरी आंखे पढ लेने वाला, पानी से इनहे भर गया, ये आंखो का दर्द आखिर अब किसे दिखाना है। #brok #waiting