इसलिए बढ़ता गया अपनों ने दिए ज़ख्म... सहता गया रिश्तों का घर मेरा भी ढ़हता गया समय की हवाओं में मैं बहता गया इशारा था मगर, रुकना नहीं था मुझको... #रुकनानहींथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #भुवनेश #yqbaba #yqhindi #yqbhaijan