बाजुओं में ताबीज बाँधती है । लबों पर दुआ रखती है ।। मेरे हुदूद से दूर बलाओं को । बस मेरी माँ रखती है ।। उसे समझ ही नहीं आती मज़हबी सियासतें कभी ।। वो तो एक हथेली पर राम, दूजे में अल्लाह रखती है ।। #माँ #बला #दूर #yqbaba #yqhindi #yqshayari