तारीफें कबूल है मुझे अक्स की, मेरी तस्वीर निहार तो लें, बस आँखों को 'नज़र' न लगाएँ, मेरी अपनी ही ठीक नहीं रहती ।। This thought popped up in conversation with Shubhi Khare Click on #CalmKaziCollabs for more of my collabs #CalmKaziWrites #YQDidi #YQBaba #Praises #Superstitions #Nazm #Hindi #हिंदी #कविता #नज़्म #नज़र #आँखें #तारीफ़