मगर वो कह नहीँ सकती अभी तो बिदा होकर आई है भावनाओं में बह नहीं सकती। - अदिती कपीश अग्रवाल घर में हो के भी मुझको, घर की याद आती है!... #घरकीयाद #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi