जिन चेहरों की मेहेज़ दीद से आ जाती थी दिल को ठंडक, वो चेहरे अल्लाह ने हमसे छीन लिए हैं । ब्ज़ाहिर तो हूं मै एक शाक्स जो ज़िंदा ये कौन समझेगा की हम मरने से पहले मर चुके हैं ।। #sumaiya may allah grant you rest in jannah