दिन ढलने तो दो शाम को घर आ जायेंगे, परिंदे भला घोंसला छोड़ कर कहाँ जायेंगे, खुद ही जानते हैं हम राहें बनाने का हुनर, हम राहें भटक भी जायेंगे तो कहाँ जायेंगे..! ©Khan Sahab #घोंसला_छोड़_कर_कहां_जायेंगे। shayari status shayari in hindi