क्यो चाँद तू खफा सा हैं, अब हर पल तेरा बेवफा सा हैं। तू लाख चाहे गैरो को मगर, चाँदनी मे ही तेरा नफा सा हैं। ...नेह 🍁🍀 #नेह_का_चाँद #नेह #neh #sukritipandey_neh #poetry #yqdidi