कभी सोचा ना था की ऐसी भी बीमारी होगी... घर बैठने में भी समस्या भारी होगी.. तो था की लोगो में इंसानियत खत्म हो रही है..मालूम ना था की खून..दवा..पानी..यहां तक की साँसों की भी कालाबाज़ारी होगी..। 🙏🙏🙏🙏 ©nishtha mishra #RAMADAAN #covid19#writer#shayri#corona#quotesoncorona