कितना अच्छा होता अगर मैं राहों में कांटे बिछाना सीख पाता ! दूसरों की खुशियां मिटाना सीख पाता ! दूसरों की कामयाबी पर जलना सीख पाता ! गिरा कर फिर सम्हालना सीख पाता ! खुशियों को आंसुओ में बदलना सीख पाता ! दिलो से खेलना सीख पाता ! प्यार की पैसों से तुलना सीख पाता ! मिलावट में मिलना सीख पाता ! ताकत की अर्चना सीख पाता ! अभिमान में हराना सीख पाता ! सच को छुपाना सीख पाता ! इशारों पर नचाना सीख पाता ! अच्छे की आलोचना सीख पाता ! भरोसे को बेचना सीख पाता ! कितना अच्छा होता अगर मैं वक़्त के साथ चलना सीख पाता ! वक़्त के साथ चलना सीख पाता ! #Poetic_Pandey ©Poetic Pandey G #AdhureVakya