White सुखं हि दुःखान्यनुभूय शोभते घनान्धकारेष्विव दीपदर्शनम्। Happiness is better appreciated after experiencing sorrow, just like light from a small lamp illuminates everything in pitch darkness. मृच्छटिकम् १.१० दुःख अनुभव करने के बाद सुख का मान अधिक होता है, जैसे घने अन्धेरे में एक दीपक से सब कुछ प्रदीप्त हो जाता है। ©KhaultiSyahi #where_is_my_train #khaultisyahi #Life #Sanskrit #saying #Quote #Truth #Truth_of_Life #Reality #realityoflife