वक़्त सबका बदलता है वक़्त सबका बदलता है, गाड़ी सबकी चलती है। कुछ जल्दी तो कुछ देर से मंज़िल पा ही लेते है। कुछ सुकून से तो कुछ फजीहत से जीवन चला लेते है। आसान नहीं होता हां में हां मिलाने, आत्मसम्मान को दबाना। फिर भी ना जाने क्यूं गुमान होता है पॉवर का। एक वक़्त बाद अहसास तो होता ही है, की हमने क्या खोया हमने क्या पाया। किसको ठगा और किसका सगा हो पाया। वक़्त सबका बदलता है, गाड़ी सबकी चलती हैं। वक़्त......#collabwithme #collaboration #collabwithrestzone #collabchallengeaccepted