जान गर तुम ही रहोगे हमसे खफ़ा, तो हमारी खातिर मुस्कुराएगा कौन......... रात-दिन हमारे ख़्वाबों-खयालों में, हमें मिलने भला अब आएगा कौन......... और फ़िर जब हम उलझ जाएंगे, यूं अपनी ज़िंदगी की कशमकश में......... तो तुम ही ये बताओ कि आखिर, हमारी उलझन को सुलझाएगा कौन....... ©Poet Maddy जान गर तुम ही रहोगे हमसे खफ़ा, तो हमारी खातिर मुस्कुराएगा कौन......... #Angry#Smile#Dreams#Thoughts#Day#Night#Meet#Trouble#Dilemma#Problem.......