ओ मेरी जाने जाना तुमनें देखा है!जमाना आबरू न लूट ले!. तुम्हारी कोई यह दिमाग में फिर से मत लाना... बुराई की सोच में भूल मत जाना!.. वक्त नहीं है स्त्रीओ का.. यह बात जहन में मत लाना.. मंज़िल रास्ता सुनसान है.. हौंसला रख कर फ़ासला मिटा.. आगे से आगे बढ़ते जाना.. ©Ditikraj"दुष्यंत"...! ओ मेरी जाने जाना तुमनें देखा है!जमाना आबरू न लूट ले तुम्हारी कोई यह दिमाग में फिर से मत लाना... बुराई की सोच में भूल मत जाना!.. वक्त नहीं है स्त्रीओ का.. यह बात जहन में मत लाना.. मंज़िल रास्ता सुनसान है.. हौंसला रख कर फ़ासला मिटा..