जिंदगी के टाँके वर्षो पुरानी बात का वर्तमान में एक रिश्ता नया बनाते हैं जहन से भुलायी गयी बातों को सजा के रूप में फिर से याद दिलाते हैं …................................ जिंदगी के टाँके कुछ यूँ निशान छोड़ जाते हैं वक्त के साथ जख्म तो भर जाते हैं, पर उन कड़वी यादों को, याद करने की वजह दे जाते हैं ये टाँके उस दर्द को बयान कर जाते हैं कभी-कभी उस जख्म से ही मुलाकात करवा जाते हैं उन जख्मों से मिलने का मतलब , उस वक्त के सभी छोटे-बड़े लम्हों से रूबरू होना होता है जो, एक-एक करके अंदर की भावनाओं को खोखला करती जाती है