होंठों पे ईतनी प्यास ना रखा कर।ख्वाहिशो को बे-लिबास ना रखा कर। मैं जो हू तुम्हारा बोझ उठाने के लिए। खुद को मेरी जान इतना उदास ना रखा कर। दिल लगी शायरी।