ऐसा न हो मशीनीकरण के इस युग में बच्चे खूद मशीन न बन जाये...!!!! उन्हें सिर्फ मोबाइल नहीं, हाथ में पुस्तक भी दिजिए... माननीय मनोभाव और संवेदनाएं,भावनाएं जीवंत होगी साथियों के साथ मैदान में भी खेलने दिजिए... यह राम कृष्ण की धरती है मिट्टी को छूने दिजिए... रोबोट मत बनाओ इन्हें स्वच्छन्द वातावरण में