जब पहिले पानी की बूंद मिट्टी पर गिरती है ना तब मिट्टी भी शुनेहरी शी खुशबू बिखेर जाती है तब मेरे दिल को हल्की सी ठंडक पड़ती है और अखो में नमी सी हो जाती है nami