वहीं तो वास्तविक प्रेम है...... एक मां जो अपने बच्चे से करे एक किसान जो अपने फसलों से करे एक बहन जो अपने भाई से करे एक पत्नी जो अपने पति से करे वहीं तो वास्तविक प्रेम है..... इसमें कोई दिखावा नहीं इसमे कोई पछतावा नहीं ये वास्तविक प्रेम है दोस्त इसमें कोई समझौता नहीं। इस बनावटी दुनिया में हम ढूंढते फिरते प्रेम को हमारी हालत है ऐसी जैसे मृग ढूंढे कस्तूरी को झांक लो तुम खुद के अंदर ढूंढ लो अपने प्रेमी को जो तुम्हारे हरदम साथ हो खोज लो उस मित्र सहेली को निःस्वार्थ भाव जो साथ निभाए वहीं तो वास्तविक प्रेम है।। #reallove #realfriendship