#OpenPoetry शायद वो प्यार था तेरी यादें आज भी मुझे सताती है... नींद मुझे आज भी नहीं आती है । बाते तेरी अब भी मुझे याद है... कानो में कभी कभी जो आज भी दस्तक दे जाती है। वो सपने अब भी अधूरे है... जो इन आंखों ने साथ मिलकर देखे थे । अब लगता है तू मेरा अहंकार था.. पर शायद वो मेरा प्यार था । #OpenPoetry #Pyaar #comption #love #firstpoetry #newwriter