सर पे चढ़ा था जो कल तक वह उतर गया के किसी का इश्क़ जब हद से गुजर गया खाते थे कसमें एक-दूसरे को न छोड़ने की आखिर हुआ वही के एक का जी भर गया एक ने कोशिशें की बहुत के एक हो दोनों के तभी ऐन मौके पर दूसरा मुकर गया वो देता है सलाहें सबको, के मोहब्बत न कर लगता है खुद के साथ हुए हादसे से डर गया मुस्कुरा रहा है वह भी बात-बात पर मेरी तरह शायद है वह भी अंदर से टूट कर बिखर गया सर पे चढ़ा था जो कल तक वह उतर गया के किसी का इश्क़ जब हद से गुजर गया खाते थे कसमें एक-दूसरे को न छोड़ने की आखिर हुआ वही के एक का जी भर गया एक ने कोशिशें की बहुत के एक हो दोनों के तभी ऐन मौके पर दूसरा मुकर गया