Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुमसुम सी बढ़ रही थी, एक अंजान सी राह पर, तुमसे म

गुमसुम सी बढ़ रही थी,
एक अंजान सी राह पर,
 तुमसे मुलाकात क्या हुई
एक भटकते मुसाफिर को
मंज़िल मिल गई।। #yqwriter
#lovequotes
#mywords.#
#wordslove
#imagination
#mywrites
गुमसुम सी बढ़ रही थी,
एक अंजान सी राह पर,
 तुमसे मुलाकात क्या हुई
एक भटकते मुसाफिर को
मंज़िल मिल गई।। #yqwriter
#lovequotes
#mywords.#
#wordslove
#imagination
#mywrites