कभी तीर तलवार, कभी बिंदी की बातें करता हूँ , कभी कभी काली माता चंडी की बातें करता हूँ , कलमकार हूँ हक है मेरा दोनो ही भाषओं पर मिश्रित भावों में उर्दू हिंदी की बातें करता हूँ, उर्दू - हिन्दी