हम मुसाफिर है यहा ज़िन्दगी सफर सी है मुझसे रूठा है सनम हमको कुछ खबर सी है चार दिन की ज़िन्दगी साथ मे गुजा़रेंगे देखो हाथ छोड़ के मुश्किलें डगर सी है मिलता है नसीब से प्यार यू जताए जो मुझको खुद से आपकी दो-गूना फ़िकर सी है सीधे सच्चे अच्छे भी लोग है यहा बहुत शख्सीयत मेरी यहा कुछ तो मो'तबर सी है #at2by30poems #aestheticthoughts #atnapowrimo #napowrimo #yqsayyed #soultrigger #yqdidi #yqbhaijan