चल आज फिर प्यार करे, न कह कर भी इज़हार करे, तू देखे मेरी आँखों में और मेरी आँखें इज़हार करे, हर गुजरता लम्हा इंतेज़ार करे, की हम एक दुजें को प्यार करे, जोड़ लेते है न फिर से, जो टूट चुका हैं, क्यों पिकला सोच कर, अब बेकार करे, बस एक बार फिर बिना बोले प्यार करे... #प्यार #करे #आँखे #आज_कल