अपने ही मुल्क में ई-रिक्शा सी हो गई है ज़िंदगी जिधर देखो, ई गंदगी ,ऊ गंदगी समझ में नहीं आता करूं किसकी अब बंदगी धत्त तेरे की , लत तेरे की ई-रिक्शा सी,हो गई है जिंदगी my filing for India