कभी कभी ये कागज और कलम कम मेरे जज़्बात बन जाते है जब ना सुने कोई मेरी तब ये मेरे आवाज़ बन जाते हैं।। इस बेमतलब कि दुनिया में जब छोड़ जाते लोग मेरा साथ तब ये मेरे साथी बन जाते है जब ना निकाल पाऊ मैं अपना गुस्सा तब ये मेरे आशु बन जाते है।। #kagaz #kalam