आज कैसा खेल खेला किस्मत ने, किस्मत को संवारना चाहा , तो तेरा हाथ छूट गया। जिंदगी को संवारना चाहा, तो मेरा दिल टूट गया। खुशियां तो बहुत मिलीं इस खेल में, लेकिन मेरी खुशी किसमें थी, कभी जान ही न सका। - balwant singh... heart 💓 beats by bsk...... ##@heart 💓 beats by bsk...