White ये अपना सफर है खुद को ही गुजरना हैं मिलना और बिछड़ना तो बस खेल है ज़िंदगी से शिकवा है, ये क्यों इतनी बेरहम है, हज़ार ख़्वाब थे, पर अब हर एक अधूरा है। चलते रहे राहों पर, मंज़िल भी खो गई कहीं, थकान से बोझिल हैं कदम, और रास्ता धुंधला है। ©AARPANN JAIIN #upset #SAD #alone * shree राधा...* Dr. uvsays अदनासा-