जब व्यक्ति अपने भले और बुरे मे अन्तर करने मे असमर्थ हो तब ये मानकर चले ये विनाशकाले विपरीत बुद्धि का कार्य है जो जरूरी नही है की पूर्व जन्म के कर्मो का फल हो। दर्शन