कातिल है निगाहें यह तुम्हारी फिर भी बेगुनाह इन्हें करता हूँ,आदी हूँ मै लबों के तुम्हारे उन्हें मै उम्र भर के लिए कैद करना चाहता हूँ... ☺️ • Like • Comment • Share • ☺️ _______________________________ सहभागिता सबके लिए खुली है |#आपकी_सहेली शीर्षक : #तेरीज़ुल्फ़ें