ना जाने कितने घर तबाह होते देखा है मैंने , शराबियों को तो गालियां खाते देखा है मैंने , गाँव में तो अक्सर ये सब होते देखा है मैंने , नशे में सड़कों किनारे अचेत पड़े देखा है मैंने , इनकी मानसिकता अब - तक समझा ना मैंने , ज़हर की बूंदो को कंठों से उतरते देखा है मैंने , शराब है दुश्मन पर दुश्मन के इर्दगिर्द देखा है मैंने , कमाई के 10% हिस्से ज़हर में गंवाते देखा है मैंने , 1 घूंट से मौत के 1 कदम क़रीब जाते देखा है मैंने , नशे की हालत में बीबी बच्चों को पीटते देखा है मैंने , नशे के बाद अलग ख़ुशी उनके चेहरे पर देखा है मैंने , नशे में देख परिजनों के आँखों मे आँसू देखा है मैंने !! 😢 माँ ने बचपन मे ही शराब ना पीने की दी थी नसीहत , मैं उनके वचनों के प्रति जीवनपर्यन्त रहूँगा प्रतिबद्ध !!🙏 सभी शब्द सच्ची घटना पर आधारित हैं । ☺️ मेरी कविता :" हां , मैंने देखा है " का एक अंश 🙂🙂 मेरे दिल के सबसे क़रीब हैं ये शब्द 🙂🙂